मनोविज्ञान का सामान्य परिचय
आज हम मनोविज्ञान के सामान्य परिचय (Introduction Of Psychology) की चर्चा करेंगे जिसमे निम्न टॉपिक्स की रखा गया है --
- मनोविज्ञान का इतिहास
- मनोविज्ञान की परिभाषाएं
- मनोविज्ञान के सम्प्रदाय
- मनोविज्ञान की शाखाएं
- बाल मनोविज्ञान सम्बन्धी अन्य तथ्य
- बाल मनोविज्ञान की परिभाषाए
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मनोविज्ञान का इतिहास ---
400 ई. पू. मनोविज्ञान --
- मनोविज्ञान दर्शनशास्त्र की एक शाखा थी
- सर्वप्रथम अरस्तु ने अपनी पुस्तक डी एनिमा में इसे मनादर्शन कहा था
- अतः मनोविज्ञान के जनक --- अरस्तु
- मनोविज्ञान की जननी ---------- दर्शनशास्त्र
1530 ई. में मनोविज्ञान ---
- रुडोल्फ गोयकिल ने 1530 ई. में "मनोविज्ञान" शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग अपनी पुस्तक सायकोलोंजिया के अंतर्गत किया था
मनोविज्ञान शब्द की उत्पत्ति -
- Psychology शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के दो शब्दों Psyche तथा Logos से हुई है, Psyche का अर्थ होता है -आत्मा तथा Logos का अर्थ होता है - अध्ययन करना / विज्ञान
- इस प्रकार Psychology शब्द का शाब्दिक अर्थ हुआ -- आत्मा का अध्ययन करना या आत्मा का विज्ञान
मनोविज्ञान की परिभाषाएं--
इसके बाद मनोविज्ञान को परिभाषित किया जाने लगा --
काल |
परिभाषा |
समर्थक |
---|---|---|
16 वीं सदी |
आत्मा का विज्ञान |
अरस्तु , प्लेटो |
17 वीं सदी |
मन / मस्तिष्क का विज्ञान |
पोम्पोनाजी |
19 वीं सदी |
चेतना का विज्ञान |
वुंट , टिचनर |
20 वीं सदी |
व्यवहार व अनुभूति का विज्ञान |
वाटसन, स्किनर |
वुडवर्थ का कथन – मनोविज्ञान ने सर्वप्रथम अपनी आत्मा का त्याग
किया ; फिर मन एवं मस्तिष्क का त्याग किया फिर चेतना को त्यागा और आज
मनोविज्ञान व्यवहार की निधि को स्वीकार करता है
मनोविज्ञान के सम्प्रदाय ---
संप्रदाय |
वर्ष |
प्रवर्तक |
विशेष विवरण |
---|---|---|---|
संरचनावाद / निर्मितवाद |
1879 |
विलियम वुंट + टिचनर |
चेतना की संरचना पर बल |
प्रकार्यवाद |
1890 |
विलियम जेम्स |
चेतना के कार्यों पर बल (विलियम जेम्स ने Principles of psychology book लिखी ) |
मनोविश्लेषणवाद |
1900 |
सिगमंड फ्रायड |
अचेतन मन पर बल |
गेस्टाल्टवाद / अवयववाद |
1912 |
मैक्स वर्दिमर |
सम्पूर्णता पर जोर पाठ योजना का निर्माण |
व्यवहारवाद |
1913 |
वाटसन |
व्यवहार पर बल बालक पर वातावरण का प्रभाव अधिक पड़ता है |
मानवतावाद |
- |
अब्राहम मैस्लो |
आवश्यकता / मांग का सिद्धांत |
वाटसन का कथन – तुम मुझे कोई भी बालक दे दो, मई उससे वैसा बना
सकता हू जैसा में बनाना चाहता हू
मनोविज्ञान की शाखाएं--
मनोविज्ञान की शाखाएं निम्न है --
- चिकित्सा मनोविज्ञान
- परा मनोविज्ञान
- सामाजिक मनोविज्ञान
- नैदानिक मनोविज्ञान
- शिक्षा मनोविज्ञान (प्रवर्तक ---- > थार्नडाइक)
- बाल मनोविज्ञान (प्रवर्तक ---- स्टेनले हाल)
- किशोर मनोविज्ञान (प्रवर्तक ---- स्टेनले हाल)
- संज्ञानात्मक मनोविज्ञान (प्रवर्तक ---- जीन पियाजे )
- पशु मनोविज्ञान (प्रवर्तक ---- थार्नडाइक)
ध्यातव्य --
- मनोविज्ञान स्वतन्त्र विषय बना – 1879
- शिक्षा मनोविज्ञान स्वतन्त्र विषय बना – 1900
- शिक्षा मनोविज्ञान ने निश्चित स्वरूप धारण किया – 1920
- बाल मनोविज्ञान (बाल विकास ) स्वतन्त्र विषय बना – 1930
बाल मनोविज्ञान से सम्बंधित तथ्य ---
- 1628 ई. में कमेनियस के द्वारा school of infancy की स्थापना की गई
- 1774 ई, में सर्वप्रथम पेस्टालोजी ने बाल विकास का वैज्ञानिक विवरण प्रस्तुत किया | इन्होने अपने 3 ⅓ वर्ष के बेटे पर अध्ययन कर Baby Biography तैयार की
- 1887 ई. में न्यूयार्क में सर्वप्रथम बाल सुधार गृह की स्थापना हुई
- 19 वीं शताब्दी में अमेरिका में बाल अध्ययन आन्दोलन की शुरुआत हुई, इसके जन्मदाता स्टोनले होल थे
- स्टोनले होल ने अमेरिका में child study society तथा child welfare organisation की स्थापना की
- 1930 से भारत में बाल अध्ययन की शुरुआत ताराबाई के द्वारा मानी जाती है
बाल मनोविज्ञान की परिभाषाए --
- बर्क – बाल विकास मनोविज्ञान की वह शाखा है , जिसके अंतर्गत गर्भावस्था से लेकर किशोरावस्था तक के विकास का अध्ययन किया जाता है
- क्रो & क्रो --- बाल विकास वह वैज्ञानिक अध्ययन है जिसमे गर्भावस्था के प्रारंभ से लेकर किशोरावस्था के प्रारंभ तक के विकास का अध्ययन किया जाता है
- जेम्स ड्रेवर --- बाल विकास वह शाखा है जिसमे जन्म से लेकर किशोरावस्था तक के विकास का अध्ययन किया जाता है