विशेषण
संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों कों "विशेषण " कहते हैं |
जैसे - १. बगीचे में सुन्दर फूल हैं |
(यहाँ सुन्दर शब्द फूलों की विशेषता प्रकट कर रहा है | )
२. यह नीला पेन है |
(यहाँ नीला शब्द पेन की विशेषता बता रहा है , अतः यहाँ क्रमशः सुन्दर व नीला विशेषण शब्द हैं | )
विशेषण के प्रकार --
विशेषण के मुख्यतः चार प्रकार हैं --
१. गुणवाचक विशेषण --
जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम के गुण , रूप , रंग आदि का बोध होता है , उसे " गुणवाचक विशेषण " कहते है |
जैसे -- रमेश बुद्धिमान् है |
रमा सुन्दर है |
२. संख्यावाचक विशेषण --
जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध होता है , उसे "संख्यावाचक विशेषण " कहते है |
जैसे -- कक्षा में बीस बच्चे हैं |
थैले में दो आम हैं |
३. परिमाणवाचक विशेषण--
जिस शब्द से किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध होता है , उसे "परिमाणवाचक विशेषण" कहते है |
जैसे - उसे एक किलो चीनी चाहिए|
मुझे दो लीटर दूध दीजिए |
४. सर्वनामिक विशेषण --
जब कोई सर्वनाम शब्द किसी संज्ञा शब्द की विशेषता बताए , तो उसे "सर्वनामिक विशेषण" कहते है |
जैसे - वह व्यक्ति सभापति है |
उस महिला ने प्रवचन दियें |
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,धन्यावाद : ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,